 
अमेरिका में माइक पेंस (61) ने उपराष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी की आधिकारिक उम्मीदवारी स्वीकार कर ली है। वे अब भी इस पद पर हैं। पार्टी के कन्वेंशन के तीसरे दिन कार्यक्रम में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी मौजूद रहे। वक्ता भाषण में यह जताते रहे कि ट्रम्प के कारण ही राष्ट्रीय सुरक्षा बनी रह सकती है।
जबकि उपराष्ट्रपति के तौर पर प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन विदेश नीति प्रभावी ढंग से लागू करने में नाकाम रहे थे। पेंस ने बाल्टीमोर के फोर्ट मैकहेनरी अपने भाषण दिया। न्यूयॉर्क टाइम्स ने ट्रम्प के वक्ताओं के 20 बयानों की सत्यता की पड़ताल की। इनमें से 13 झूठे या गुमराह करने वाले, 4 सच्चे और 3 बेहद चौकाने वाले बयान हैं।
1. माइक पेंस बोले- बिडेन ने आतंकी ओसामा बिन लादेन को खत्म करने वाले ऑपरेशन का विरोध किया था।
तथ्य: बिडेन ने ओसामा को खत्म करने के ऑपरेशन का विरोध नहीं किया था। उन्होंने इस मामले में तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा को सलाह देने के लिए वक्त मांगा था। पूरी जानकारी लेने के बाद कार्रवाई का समर्थन किया।
2. माइक पेंस ने कहा- डेव पैट्रिक अंडरवुड और गृह सुरक्षा विभाग के अन्य कुछ अधिकारियों की ओकलैंड के दंगों के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
तथ्य: अंडरवुड की हत्या दंगे में नहीं हुई थी। आरोपी स्टीवन कारिलो चरमपंथी संगठन बुगालू से जुड़ा था। वह पुलिसकर्मियों की हत्या करने के लिए ओकलैंड जरूर आया था, लेकिन दंगे में शामिल नहीं हुआ था।
3. माइक पेंस ने कहा- राष्ट्रपति ट्रम्प की कोशिशों के कारण तीन साल में 90.30 लाख जॉब दिए गए।
तथ्य : यह जानकारी कुछ सही है, लेकिन यह भी ध्यान देना होगा कि फरवरी और अप्रैल में 2.20 करोड़ लोगों का रोजगार चला गया।
4. माइक पेंस ने कहा- बिडेन स्कूलों को फंड देना बंद कर देना चाहते हैं।
तथ्य : बिडेन का कहना है कि निजी स्कूलों को फंड देने से अच्छा है कि उन स्कूलों का फंड बढ़ाए जो अच्छा परफार्मेंस दे रहे हैं।
5. माइक पेंस ने कहा - बिडेन चीन के चीयरलीडर हैं। वे चीनी उत्पादों पर लगाए गए शुल्क का विरोध करते हैं।
तथ्य: बिडेन ने कभी यह नहीं कहा कि वे करीब 27 लाख करोड़ रुपए के चीनी उत्पादों पर लगाए गए शुल्क का विरोध करते हैं। हा, बिडेन के सहयोगी यह कहते रहे है कि शुल्क का मुल्यांकन करते रहना चाहिए।
6. ट्रम्प की बहू लारा ने कहा- बिडेन पुलिस फंडिंग घटाने के समर्थक हैं।
तथ्य: डेमोक्रेटिक पार्टी के कुछ नेताओं ने पुलिस की फंडिंग घटना का समर्थन किया था, लेकिन बिडेन कभी इससे सहमत नहीं हुए। उन्होंने यह था कि सामाजिक न्याय व्यवस्था में सुधार होना चाहिए।
7. नेशनल इंटेलीजेंस के पूर्व कार्यवाहक निदेशक रिचर्ड ग्रेनेल ने कहा- पिछली बार ओबामा-बिडेन प्रशासन ने ट्रम्प के चुनाव अभियान की जासूसी कराई थी।
तथ्य: ट्रम्प ने बिना सीनेट को विश्वास में लिए ग्रेनेल की शीर्ष खुफिया अधिकारी के तौर पर नियुक्ति की थी। ग्रेनेल की भूमिका पिछले चुनाव में रूस के दखल मामले में ट्रम्प को पीड़ित बताने की रही है।

 

 Hello, my name is Anil Sansanwal. I'm a 31 year old self-employed Blogger from the Bhiwani (Haryana).
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